-->

हवा पर कविता - Poem On Air In Hindi

V singh
By -
0
Hawa Par Kavita :- नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है, इस ब्लॉग लेख में जहा आज हम आपके लिए हवा यानी वायु पर कविता लेकर आए है, जो आपको जरूर पसंद आयेगी जैसा की आपको पता ही होगा पांच तत्वों में शामिल इस तत्व के बिना जीवन की कल्पना भी नही की जा सकती।
Poem On Air In Hindi
Poem On Air 

हवा पर कविता ( Poem On Air In Hindi )

हवा नही होती तो क्या होता 
न हम होते, न तुम होते 
नही ये जीवन होता 
हवा नही होती तो क्या होता।
न बादल होते न मानसून आता 
न ठंड, गर्मी का मौसम आता 
धरती युही बंजर होती 
पानी कही भी नजर नही आता
हवा नही होती तो क्या होता 
धरती होती आग का गोला 
जीवन कही भी नजर नही आता 
हवा नही होती तो क्या होता 
न हम होते, न तुम होते 
नही ये जीवन होता।

वायु पर कविता 

हवा रानी हवा रानी 
एक बार आओ ना 
ठंडी - ठंडी हवा लाकर 
गर्मी से बचाओ ना 
तुम ही तो हो 
इस जीवन की रक्षक 
तुमसे ही ये संसार चलता 
तुम्ही से ही बादल बनते 
तुमसे ही उनमें पानी अटकता 
तुम ही तो मानसून लाते 
सुखी धरती को हरा बनाती 
पतंग को आसमान में उड़ाती 
हवा रानी हवा रानी 
एक बार आओ ना 
ठंडी - ठंडी हवा लाकर 
गर्मी से बचाओ ना।

दोस्तों आशा करते है, आपको हवा पर कविता ( Poem On Air In Hindi ) जरूर पसंद आई होगी धन्यवाद आपका दिन शुभ हो।

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

Please do not enter any spam link in the comment box.

एक टिप्पणी भेजें (0)