ये कविता उन छोटी सोच वाले इंसानों नहीं - नहीं इंसान नहीं बल्कि शैतानो पर है, जो आये दिन परायी स्त्रियों, बहु, बेटियों पर अपनी बुरी नजर रखते है, उनपर भदे कमेंटस करते है, उनके साथ बत्तमीजी करते है, और बहुत सारे शैतान तो अपनी हवस मिटाने के लिए मासूम लड़कीयों के साथ दुष्कर्म करने से भी पीछे नहीं हटते यह सोच हों गयी इन नाली के कीड़ो की , जबकि आज महिलाओं की रक्षा के लिए बहुत सारे कानून बने है लेकिन ये गन्दी सोच के दरिंदे फिर भी नहीं डरते आये दिन पुरी दुनिया में ये गन्दी सोच वाले दरिंदे न जाने कितनी ही लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करते है, उनकी हसती खेलती जिंदगी को नर्क के समान कर देते है, आज इस पोस्ट में नारी उत्पीड़न पर कविता गन्दी सोच के दरिंदो लाये है, जो एक लड़की की अंदर की बात है.Nari Utpidan par kavita
महिला उत्पीड़न पर कविता, Harassment poem, Girl Molestation, चलिए कविता पढ़ते है.
महिला उत्पीड़न |
नारी उत्पीड़न पर कविता - गन्दी सोच के दरिंदे
अंधेरे से लगता था डर मुझे
पर अब अंधेरा ही अच्छा लगता है
उजाले से डर गयी हुँ में तब से
जबसे मैंने उजाले में शैतानों को देखा है
मुझे क्या पता था यहाँ तो
जगह - जगह शैतान घूमते है
जो मुझपे ओर मेरी जैसी लड़कियों पर
अपनी गन्दी निगाहेँ रखते है
मौका मिल जाये उन्हें तो वो
हमारे पीछे पड़ जाते
कोई पैसों की भूख मिटाने तो
कोई हवस की भूख मिटाने आते
रोज न जाने कितने मासूमों के साथ
ये दरिंदे दुष्कर्म करते
बाहर से भोले भाले इंसान बन
अंदर ही अंदर सणयन्त्र रचते
बहन, बेटी तो इन शैतानो के
घर में भी जरूर होंगी
फिर ये दूसरे की बहन, बेटी कों
हर दिन क्यों ऐसे सताते है
एक खुशहाल परिवार को ये
क्यों दुःखो में दबातें है
अंधेरे से लगता था डर मुझे
पर अब अंधेरा ही अच्छा लगता है
उजाले से डर गयी हुँ में तब से
जबसे मैंने उजाले में शैतानों को देखा है |
- V singh
आज महिलाओ की रक्षा के लिए सक्त कानून होने के बावजूद इस देश में निरंतर बलात्कार की घटनाये हों रही है, दरिंदे आज इन कानूनों से भी न डर कर हैवानियत की सारी हदे पार कर रहे है, युवती हों या छोटी बच्ची इनको कुछ फर्क नहीं पड़ता क्योंकि ये इंसान थोड़ी है यह तो गन्दी नाली के छोटी सोच वाले कीड़े है जिनको कुछ फर्क नहीं पड़ता किसी की जिंदगी जाये,किसी का परिवार टूटे, ये तो अपनी ही हैवानियत में खोये रहते है और बलात्कार करने के बाद लड़की की हत्या कर देते है , आज महिलाओं के लिए और भी सक्त कानून बनाने की जरुरत है, रेप करने वालों दरिंदो को दर्दनाक मौत देने की जरुरत है, फांसी की सजा तो इनके लिए कम है इनको तो तड़पा कर मारने की जरुरत है तब जाकर रेप पीढ़ीताओ को न्याय मिलेगा|
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