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स्टॉक एक्सचेंज क्या है Stock Exchange कैसे काम करता है

V singh
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Stock Exchange Kya Hai- आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से शेयर मार्केट से सम्बंधित स्टॉक एक्सचेंज के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देंगे, अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करने के बारे में सोच रहे हों तो आपको Stock Exchange के बारे में ये  जानकारी जरूर होनी चाहिए की आखिर स्टॉक एक्सचेंज क्या है, स्टॉक एक्सचेंज के कार्य क्या है, तथा Stock Exchange कैसे काम करता है, हमें पूरा विश्वास है, की अगर आप इस पोस्ट को पूरा अच्छे से पढ़ते हों तो आपको  स्टॉक एक्सचेंज की पूरी जानकारी यहाँ मिल जाएगी, तो चलिए शुरू करते है.

स्टॉक एक्सचेंज क्या है, Stock Exchange Kya Hai

स्टॉक एक्सचेंज एक संगठित बाजार ( Organized Market ) होता है, जहाँ शेयरों, बॉन्ड, फड़ आदि वृतीय साधनों का व्यापार किया जाता है, यहाँ व्यापार करने के लिए हर समय क्रेता ओर विक्रेता मौजूद रहते है, Stock Exchange में केवल वो ही कंपनीया व्यापार कर सकती है, जो इनमें रजिस्टर्ड यानी लिस्टेड हों.

स्टॉक एक्सचेंज क्या है
Share market की जानकारी 

स्टॉक एक्सचेंज में बहुत सारी कम्पनियाँ लिस्ट होती है, जो अपने कंपनी के शेयर को मार्केट में उतारती है, इन शेयरों में  निवेशक, निवेश करते है, ओर मुनाफा कमाते है,

स्टॉक एक्सचेंज को अच्छे  से समझें तो ये दो शब्दों से मिलकर बना है, पहला स्टॉक जिसे हम शेयर या बांड कहते है, दूसरा एक्सचेंज जिसका मतलब होता है, खरीदना या बेचना यानी की स्टॉक एक्सचेंज को आसानी से समझें तो  ऐसा बाजार जहाँ शेयर, बांड, प्रतिभूतियों को निवेशकों द्वारा खरीदा या बेचा जाता है.

शेयर मार्केट में निवेशक केवल उन्ही कम्पनियों के शेयर खरीद या बेच सकते है, जो कम्पनियाँ  स्टॉक एक्सचेंज लिस्टेड हों स्टॉक एक्सचेंज SEBI ( Securities and Exchange Board of India ) के नियमों के आधार पर कार्य करता है.

जब कंपनी लगातार ग्रोथ करती है, तो कंपनी का ओर अधिक विस्तार कराने के लिए अधिक पूजी की आवश्यकता पड़ती है, तब अधिक पूजी जुटाने के लिए कंपनी को अपने शेयर मार्केट मे  बेचने पड़ते है, शेयर बेचने के लिए कम्पनी अपनी IPO ( initial public offering )  लेकर आती है, IPO के बाद कम्पनी के शेयर स्टॉक मार्केट में सुचिबद हों जाते है, जिसके बाद Invester इन शेयर को शेयर मार्केट से खरीद लेते है.

स्टॉक एक्सचेंज में न सिर्फ शेयर  बल्कि बांड, फण्ड, सरकारी प्रतिभूतियों में भी ट्रेडिंग की जाती है, 

एक निवेशक स्टॉक एक्सचेंज से सीधे शेयर नहीं खरीद सकता अगर निवेशक को शेयर खरीदने है या फिर ट्रेडिंग करनी है, तो उसको सबसे पहले DP( Depository Participants ) जैसे ब्रोकर , बैंक आदि द्वारा Demat Account तथा Trading Account खुलवाना होता है, सभी DP स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य होते है.

भारत में स्टॉक एक्सचेंज का इतिहास  ( History of Stock Exchange in India )

भारत के सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज BSE ( Bombay Stock Exchange ) की स्थापना 1875 में बॉम्बे में हुवी जिसे वर्तमान में मुम्बई कहते है, BSE न सिर्फ भारत का बल्कि पुरे एशिया का पहला स्टॉक एक्सचेंज है,

 पहले के समय में स्टॉक एक्सचेंज कागजो से होता था जिसमें निवेशक को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, जब निवेशक किसी कंपनी के शेयर खरीदता था तो कंपनी उसको सर्टिफिकेट भेजती थी जों प्रमाण होता था की निवेशक ने इस कंपनी के शेयर खरीद रखे है, ओर निवेशक को शेयर बेचने में भी बहुत समय लगता था पहले निवेशक कंपनी को शेयर के कागजात भेजते थे जिसके बाद कंपनी  कागजात की जांच करती थी तब जाकर निवेशक को शेयर के पैसे मिलते थे जिसमें बहुत समय लगता था.

1992 में एक ओर स्टॉक एक्सचेंज NSE ( National Stock Exchange ) की स्थापना हुवी, जिसके बाद इलेक्ट्रॉनिक एक्सचेंज सिस्टम की शुरुवात हुवी

जिसके बाद 1992 में ही भारत सरकार ने शेयर बाजार में पारदर्शिता लाने के लिए एक संस्था SEBI ( Securities And Exchange Board Of India ) की स्थापना की SEBI का मुख्य उद्देश्य निवेशकों के हितों की रक्षा करना तथा शेयर बाजार में नये - नये नियमों को लागू कर शेयर बाजार को विकसित करना था.

1995 में BSE को  NSE की तरह ही अपनी कंपनियों को SEBI से लिस्ट करवाना पड़ा तब से लेकर आज तक BSE ओर NSE दोनों स्टॉक एक्सचेंज SEBI के नियमों के अंतर्गत कार्य करते है.

भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज

भारत में मुख्य तौर पर दो प्रकार के स्टॉक एक्सचेंज मौजूद है,

  • BSE ( Bombay Stock Exchange )
  •  NSE ( National Stock Exchange )

1- BSE ( Bombay Stock Exchange )

BSE ( बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ) की स्थापना 1875 में हुवी थी BSE भारत का ही नहीं बल्कि पुरे एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है,यह पुरे दुनिया में सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज में 10 वे नंबर पर आता है, BSE का सूचकांक Sansex है, सेंसेक्स की 1986 में हुवी थी, सेंसेक्स में 30 कम्पनियाँ शामिल होती है.

2- NSE ( National Stock Exchange )

NSE ( National Stock Exchange ) की स्थापना 1992 में हुवी थी यह पुरे दुनिया में सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज में 11 वे नंबर पर आता है, NSE  का सूचकांक Nifty है, निफ्टी की शुरुवात 1996 में हुवी निफ्टी में देश की सबसे बड़ी कम्पनियाँ शामिल होती है.

 स्टॉक एक्सचेंज कैसे काम करता है  

वैसे देखा जाये तो स्टॉक एक्सचेंज में कोई बाजार निर्माता या विशेषज्ञ नहीं होते है, जिसके कारण यह स्वतंत्र रूप से कार्य करता है, स्टॉक एक्सचेंज में ऑडर की पूरी प्रकिया  ऑडर यानी  खरीदने / बेचने पर संचलित होती है, ओर इन ऑडरों को इलेक्ट्रॉनिक लिमिट ऑडर द्वारा संचलित किया जाता है, बस यहाँ निवेशक को केवल ऑडर करना होता है, ऑडर ऑटोमेटिकली ट्रेडिंग कम्प्यूटरस की मदद से मेल हों जाते है, स्टॉक एक्सचेंज के इलेक्ट्रॉनिक रूप का सबसे बड़ा फायदा यह है, की यह मार्केट ऑडर को सार्वजनिक रूप से पारदर्शिता के साथ प्रदर्शित करता है.

किसी भी कंपनी या फर्म के शेयर उनके फाउंडर या पार्टनर्स के पास होते है ओर जब कंपनी लगातार ग्रोथ करती है, तो कंपनी को अधिक  पूजी की आवश्यकता पड़ती है, तब अधिक पूजी जुटाने के लिए कंपनी के पास दो ऑप्शन होते है एक तो ऋण दूसरा पब्लिक जिसमें कंपनी दूसरे ऑप्शन को चुनती है, इसमें कम्पनी  अपने शेयर जनता के सामने सार्वजनिक करती है,  शेयर बेचने के लिए कम्पनी अपनी IPO ( initial public offer ) लेकर आती है, IPO के बाद कम्पनी स्टॉक एक्सचेंज में सुचिबद हों जाती है, जिसके बाद Invester, ब्रोकर यानी DP द्वारा कंपनी के  शेयर को शेयर मार्केट से खरीदते है, उनमे ट्रेडिंग करते है,तथा जिससे कम्पनी को पूजी की प्राप्ति हों जाती है.

शेयर मार्केट में हर समय निवेशक शेयर को खरीदते बेचने के लिए ऑडर करते रहते है, शेयर को  खरीदने / बेचने के लिए वो ऑडर लगा देते है, जिसके बाद स्टॉक एक्सचेंज का ट्रेडिंग सिस्टम ऑटोमेटीक ऑडरो को मैच कर ऑडर कंपनी कर देता है |

स्टॉक एक्सचेंज में  निवेश के तरीके 

स्टॉक एक्सचेंज में दो प्रकार से  निवेशकों द्वारा निवेश किया जा सकता है,
  • प्राइमरी मार्केट
  • सेकेंडरी मार्केट 

1- प्राइमरी मार्केट

जब कंपनी लगातार ग्रोथ कर रही होती है तब उसको अधिक पूजी की आवश्यकता होती है, तब अधिक पूजी जुटाने के लिए बहुत सारी कंपनीयाँ स्टॉक एक्सचेंज के जरीये  कंपनी की कुछ  हिस्सेदारी बेच देती है, इसके लिए कंपनीयाँ  IPO जारी करती है, इसे प्राइमरी मार्केट कहते है, इसके लिए कम्पनियों को स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्ट्रेशन कराना होता है, जिसके बाद कंपनी के शेयर आम जनता के खरीदने के लिए उपलब्ध हों जाते है, स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होकर कम्पनियाँ प्राइमरी मार्केट के जरीये  निवाशकों तक पहुँच बनाती है.

2- सेकेंडरी मार्केट

जहाँ निवेशक सीधे तौर पर कंपनी से share न खरीद कर ओर निवेशकों द्वारा बेचे गये कंपनी के share को खरीदते है,  सेकेंडरी मार्केट उसे ही कहाँ जाता है, वास्तव में हम सेकेंडरी मार्केट से ही शेयर खरीदते है, ओर इसे ही हम शेयर बाजार कहते है,
उदाहरण - इसमें ये होता है, की किसी निवेशक ने किसी कंपनी का एक शेयर 100 में ख़रीदा है, अब वो 101 में उसे Sell  के लिए ऑडर कर देता है, अब जिस निवेशक को भी 101 में उस कंपनी का शेयर खरीदना है, वो उसको Buy कर लेगा ओर उस कंपनी का हिस्सेदार बन जायेगा,

स्टॉक एक्सचेंज के कार्य

  1. स्टॉक एक्सचेंज सभी निवेशकों को शेयर बाजार में निवेश करने की अनुमति प्रदान करता है,
  2. स्टॉक एक्सचेंज पूंजी की तरलता सुनिश्चित करता है,
  3. स्टॉक एक्सचेंज प्रतिभूतियों के लिए एक तैयार बाजार प्रदान करता है,
  4. स्टॉक एक्सचेंज का कार्य बाजार तैयार करना तथा निरंतरता उपलब्ध करना है,
  5. स्टॉक एक्सचेंज अच्छा व्यवहार यानी निश्चित नियमों के आधार पर कार्य करता है, तथा निवेशकों को सुरक्षा भी प्रदान करता है,

कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न-

प्रश्न -1: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना कब हुवी?
उत्तर -     सन 1875 में |

प्रश्न -2: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना कब हुवी?
उत्तर -   सन 1992 में |

प्रश्न-3: NSE का फुल फॉर्म क्या होता है?
उत्तर - National Stock Exchange |

प्रश्न-4 : BSE का फुल फॉर्म क्या होता है?
उत्तर -  Bombay Stock Exchange |

प्रश्न -5: भारत का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज कौन सा है?
उत्तर - BSE भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है|

प्रश्न -6 दुनिया का सबसे बड़ा  स्टॉक एक्सचेंज कौन सा है?
उत्तर - NYSE ( न्यूयाँर्क स्टॉक एक्सचेंज ) दुनिया का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है |

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आखरी शब्द - आज हमनें इस पोस्ट के माध्यम से जाना स्टॉक एक्सचेंज क्या है, Stock Exchange कैसे काम करता है तथा स्टॉक एक्सचेंज के के क्या - क्या कार्य होते है, आशा करते है आपको यह जानकारी पसन्द आयी होंगी और इस पोस्ट को पढ़ कर आप जान गये होगें की Stock Exchange Kya Hai अगर आपको इस पोस्ट से सम्बंधित कोई प्रश्न पूछना है तों आप कमेंट कर पूछ सकते हों हम आपके प्रश्न का उत्तर देने की पूरी कोशिश करेंगे आपका इस ब्लॉग में आने के लिए 'धन्यवाद ' आपका दिन शुभ हों |


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