Poem On Soldier In Hindi:-आज हम स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष पर उस वीर जवान पर कविताएँ लाये है जो देश की रक्षा के खातिर अपनी जान तक कुर्बान कर देते है लेकिन देश की आन बान, शान पर कोई आँच नहीं आने देते ये कविताएँ उन्ही देश भक्त जवानों को समर्पित है,जो इस प्रकार है देश के जवान पर कविता, जय जवान पर कविता, वीर जवान पर कविता
वीर जवान पर कविताएँ 2023( Poem On Soldier )
सर पर कफन पहन वो सरहद पर
दिन रात खड़ा रहता
मौत के साथ वो हर रोज
आँख निचोली खेलता
जिसकी देश भक्ति को
मौत भी सलाम करती
जिसकी वीरता देख
दुश्मन सेना घबरा जाती
जो आखरी सांस तक
दुश्मन से है लड़ता रहता
जो अपने देश की
आन, बान,शान को
कभी नहीं झुकने देता
जो दुश्मन के घर मे घुस कर
देश का झंडा है फहरा देता
जो देश के लिए अपने
प्राण हॅसते -हॅसते दे देता
वो ही माँ का लाल
वीर जवान है कहलाता|
-V. singh
देश की रक्षा की बात आती है तो बड़े से बड़े आंतक को खत्म करने के लिए देश का वीर जवान अपनी जान की परवा किये बगैर दुश्मन से भीड़ जाता है इस लिए देश के जवानों को हमारा सलाम है जो हमको भय मुक्त रखते है, इस लिए हम स्वतंत्रता दिवस पर वीर जवान पर कविताएँ लेकर आये है जो आपको पसंद आयेगी,
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देश के जवान पर कविता - Javan Par Kavita
आता है जब देश मे कोई आतंक का तूफान
छाती तान के खड़ा होता है
उसके आगे वीर जवान
हर परिस्थितियों से जवान निपटना जानता है
दुश्मन कितना भी चालक हो ये
उसको सबक सीखाना जानता है,
छुपना चाहे देश मे कही भी दुश्मन
वो उसको छुपने नहीं देता
दुश्मन को वो पाताल से भी ढूढ़ निकाल लाता
देश भक्ति है उनमे इतनी भरी
की कोई सोच भी नहीं सकता
भारत माँ की आन बान शान के लिए
वो सीने मे गोली भी खा देता
सोते हम -आप सब लोग जब
तब वो सरहद मे पहरेदारी करता
अपनी जान से खेल कर दुश्मनो से
वो रात -दिन लड़ता रहता
ईट का जवाब पत्थर से वो
दुश्मन को देना जानता है
वो मेरे देश का जवान है
जो घर मे घुसकर दुश्मन को मारना जानता है,
जोर लगाले जितना ए दुश्मन
तू कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा
जब तक सरहद पर है मेरे देश के वीर जवान
तू मेरे देश से एक ककड़
भी नहीं ले जा पायेगा|
-V.singh
दोस्तों हमारा देश जितने तेजी से आगे बढ़ रहा है ये तो हम सभी लोग जानते है जो हमारे लिए खुशि का विषय है लेकिन कुछ दुश्मनो को हमारे देश का इतनी तेजी से आगे बढ़ना पसंद नहीं जो दिन रात देश के विकास को किस प्रकार रोका जाये ये ही सोचते है लेकिन उन दुश्मनो के लिए भी हम 15अगस्त पर कविता लाये है जिसका नाम है,मेरे देश के दुश्मन जो आपको पसंद आयेगी
15 अगस्त पर कविता - मेरे देश के दुश्मन
सपने न देख दुश्मन
मेरे देश को हारने के
हिम्मत नहीं तेरे सीने मे इतनी
जो तू मेरे देश से है लड़ सके
कुत्ते की जैसी चाल है तेरी
भो- भो करके सरहद पर आता
सरहद पर खड़े जवान की दहाड़ सुन
तू डरके बिलो मे छुप जाता
मेरे देश मे घुसने की तू
दिन रात योजना बनाता
ओर छुप छुप कर जवानों पर
गोलिया है चलाता
पीठ पीछे वार कर जो तू
अपने आप को शेर है समझता
सामने कभी आ जाता जवानों के
तो पैर से सर तक थर थर कापता
मेरे देश के जवानों की वीरता देख तू
इस कदर है डर जाता
अपने घायल दोस्तों को रणभूमि मे छोड
उलटे पैर तू घर को भागता |
-V.singh
दोस्तों एक तरफ देश के वीर जवान सरहद पर देश की रक्षा के लिए दिन रात पहरा देते है जिसमे की हम पर कोई मुसीबत न आये लेकिन सोचिये तब उनका मन कितना उदास होता होगा जब हम जाती, धर्म के नाम पर एक दूसरे से लड़ते है इसी पर एक छोटी सी कविता स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष पर लाये है जिसका नाम है उदास जवान जो आपको पसंद आयेगी,
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स्वतंत्रता दिवस वीर जवान पर कविता - उदास जवान
एक तरफ देश के जवान बॉर्डर पर
रहकर देश की रक्षा कर रहे
ओर एक तरफ देश नागरिक
अपने अपने धर्मों के लिए लड़ रहे
एक तरफ देश के नेता अपने को
सबसे बड़ा देश भक्त बुलाते है
ओर देश को जुल्मो से आजाद
करने का भाषण सुनाते रहते है
लेकिन न जाने देश मे
अनेको दगे कौन करवाता है
जाति,धर्म के नाम पर न जाने
लोगो को को भड़कता है
जिसको देख कर बॉर्डर पर
जवान उदास हो जाता है
बॉर्डर मे तो दुश्मनो से
जवान देश को बचा देंगे
लेकिन देश के अंदर पल रहे दुश्मन
से देश को कौन बचायेगा |
-V. Singh
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