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15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर कविता

V singh
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आज हम इस पोस्ट मे  15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस  पर कविता लेकर आये है, वैसे तो आप बहुत कविता पढ़ते होंगे लेकिन 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस  पर कविता पढ़ने का आनंद ही कुछ ओर होता हें, ये कविताये भारत माता को अग्रजों की गुलामी से आजाद कराने वाले उन वीरो को समर्पित हें जिन्होंने अपनी जान की परवा किये बिना भारत माता को आजाद 15 अगस्त 1947 को आजाद कराया ओर हमें एक स्वतंत्र देश का नागरिक बनाया,
निचे लिखी गयी  15 अगस्त  स्वतंत्रता दिवस पर कविता आप के अंदर देश भक्ति की भावना को ओर अधिक बड़ा देगी जिससे की आपके अंदर देश के लिए एक सकारात्मक ऊर्जा का जन्म होगा जो ऊर्जा देश को आगे बढ़ाने का काम करेंगी |पढ़े - pubg par kavita

15 August Kavita  - Happy Independence Day
Independence Day Poem in Hindi


भारत माता की धरती मे
कुछ वीरो ने जन्म लिया
भारत माता को गुलाम देख
उनका दिल बहुत रोया

बचपन से ही वो अंग्रेजो को
देश से भगाना चाहते थे
अंग्रेजो की गुलामी से देश को
आजाद कराना चाहते थे

बडे होते होते उनकी
देश भक्ति बढ़ती गई
जागरूप करके देश को
उन्होंने जग का ऐलान किया
अंग्रेजो के गुलामी भरे घोर अंधेरे मे
उन्होंने हिम्मत की रोशनी से वार किया

अनेको आंदोलनो के जरिये
उन्होंने अंग्रेजी को कमजोर किया
अंग्रेजो के जुल्मो का मुहतोड़ जवाब दिया

अंग्रेजो ने आंदोलन रोकने के लिए
कई बार वीरो पे गोली चलायी
आजादी के खातिर वीरो ने
सीने  पर हें गोली खायी
हसते हसते  कई वीर
सूली मे भी चढ़ गये
उनकी वीरता को देख
अग्रेज भी डर गये

तब उनके बलिदान को देख
पूरा देश अंग्रेजो  के खिलाफ हुवा 
अंग्रेजो को देश छोड कर 
मजबूरन जाना ही पड़ा

फिर दिन आया वो 15 अगस्त का
जिस दिन हम आजाद हुवे
तब से लेकिन आज तक इस दिन को 
स्वतंत्रता दिवस के रूप मनाते है 
ओर उन वीरों के बलिदान को
दिल से याद किया करते है


15 अगस्त पर कविता -

विजय विश्व तिरंगा प्यारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा
सदा शक्ति सरसाने वाला
प्रेम सुधा बरसाने वाला
वीरो को हर्षाने वाला
मातृ भूमि का तन मन सारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा
स्वतंत्रता के भीषण रण में
लखकर जोश बढे क्षण क्षण में
काफे शत्रु देखकर मन में
मिट जाये भय संकट सारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा
इस झंडे के निचे निर्भय
ले स्वराज यह अवचल निश्चय
बोले भारत माता की जय
स्वतंत्रता को ध्येय हमारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा
आओ प्यारे वीरो आओ
देश, धर्म पर बलि बलि जाओ
एक साथ सब मिलकर गाओ
प्यार भारत देश हमारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा
इसकी शान न जाने पाये
चाहे जान भले ही जाये
विश्व विजय करके दिखलाए
तब होवे प्रण पूर्ण हमारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा
विजय विश्व तिरंगा प्यार
झंडा ऊंचा रहे हमारा |

स्वतंत्रता दिवस पर कविता -  


नमन हें उन वीर महापुरुषो को 
जिन्होंने इस देश को बचाया
गुलामी की मजबूत बेड़ियों को
अपने बलिदान के रक्त से पिघलाया 
ओर भारत माँ को आजाद हें कराया
जब तक इस धरती में
सूरज ओर चाँद रहेगा
उन वीरो के बलिदान को
तब तक याद किया जायेगा
उन वीरो के हिम्मत के
किस्से बडे अनोखे थे
मौत सामने होकर भी
वे उसे देख मुस्कुराये थे
भारत माता की आजादी पे
अपनी जान न्योछावर कर दी
भारत माता की आन,बान, शान
पे न कोई आँच आने दी
देश भक्ति क्या होती हें
ये वीर हमें बता गये 
नमन हें उन वीरो को
जिन्होंने हमें गुलामी से बचाया
भारत माता को स्वतंत्र कर हमें 
स्वतंत्र देश का नागरिक बनाया|

15 अगस्त पर कविता - दुश्मन 

सच्चे मन ओर अच्छे विचार वालो का
भारत देश स्वागत करता  
सत्य अहिंसा के मार्ग में चलने वालो का
भारत देश स्वागत करता 
बुरी  सोच ओर बुरी नजर वालो से 
भारत  देश नही अब डरता 
हम भारत माता के दुश्मन को
 सबक सीखा देंगे 
उसे धरती में रहकर ही
 नर्क की सेर करा देंगे
भारत माता की शान को
हम कभी नही झुकने देंगे
भारत माता के चरणों में हम
सबका प्रणाम है 
काम आ जाये अगर हम भारत माता के
तो हम सब खुसनसीब होंगे
भारत माता के खातिर
 हम अपनी जान भी लुटा देंगे
दुश्मन कितना ही ताकतवर हो
हम उसको धूल चटा देंगे
उसके घर में घुसकर
तिरंगा हें फेहरा देंगे
सत्य अहिंसा का पाठ
उसको भी पढ़ा देंगे
भारत माता की जय
उससे भी बुलवा देंगे|

स्वतंत्रता दिवस पर कविता -

आया पंद्रह अगस्त
हम तिरंगा फेहरायेगे
वीर महापुरुषों के बलिदान
की गाथाये  हम गाएंगे 
किस तरह उन महापुरुषों ने
आजादी की लड़ी लड़ाई थी
भारत माता के शान के खातिर
सीने में खायी गोली थी
तभी तो वो वीर उस सदी के
महापुरुष कहलाये थे
मरने के बाद भी वो अमर कहलाये थे |

पंद्रह अगस्त 2021पर कविता -

पंद्रह अगस्त की शुभ बेला पर
आओ हम सब  संकल्प करे
हिंसा छोड आओ हम
अहिंसा के मार्ग पर चले
इस देश को मिलजुल कर
हम सबको आगे बढ़ाना है 
जिसके  बीच मे ना हमको 
जाती, धर्म को लाना है 
हिन्दू ,मुस्लिम,सिख,ईसाई
हम सब है भाई-भाई
भारत माता की हम संताने
भारत माता का गौरव बढ़ायेगे
भारत माता की इस धरती को
इस दुनिया का स्वर्ग बनायेगे |

Independent Day Poem in Hindi

15 अगस्त 1947 को
हमारा देश आजाद हुवा
अनेक वीरो ने इसके लिए
अपना बलिदान दिया|

अंग्रेजो के अत्याचार के खिलाफ
उन्होंने आवाज़ उठाई थी 
अनेकों  वीरों ने इसके लिए 
सीने में गोली खाई थी |

कितनों को तों अंग्रेजों ने
फांसी में लटकाया था
डराने के लिए भारत वासियों को
जालियाँवाला बाग हत्याकांड करवाया था|

फिर भी डरे नहीं भारत के वीर
अंग्रेजो  के खिलाफ उन्होंने जंग जारी रखी
अनेकों आंदोलन कर देश की
जनता को उन्होंने एकत्र  किया|

अंग्रेजो के अत्याचार के खिलाफ
देश की जनता को जागरूक किया |

फिर क्या था जब पुरा देश
अंग्रेजो के खिलाफ हुवा
अंग्रेजो को भागने के सिवा
दुसरा कोई रास्ता न दिखाई दिया |

इस प्रकार 15 अगस्त 1947 को
हमारा देश आजाद हुवा|

बलिदान दिया जिन महापुरुषों ने 
आओ हम उनको नमन करें
ओर धुम - धाम से 15 अगस्त को 
एक  त्यौहार के रूप में मनाये|

15 August Par Kavita

विजयी विश्व तिरंगा प्यारा हमारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा|

सदा शक्ति बरसाने वाला
प्रेम सुधा सरसाने वाला
वीरों को हरषाने  वाला
मातृभूमि का तन-मन सहारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा|

स्वतंत्रता के भीषण रण में
लड़कर जोश भरे छण  छण  में
कांपे शत्रु देख कर मन में
मिट जाए वह संकट सारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा|

इस झंडे के नीचे निर्भय
ले स्वराज्य यह अविचल  निश्चय
बोले भारत माता की जय
स्वतंत्रता है ध्येय हमारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा|

आओ प्यारे वीरो आओ
देश धर्म पर बलि-बलि जाओ
एक साथ सब मिलकर गाओ
प्यारा भारत देश हमारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा|

इसकी शान न जाने पाये
चाहे जान भले ही जाये
विश्व विजय करके दिखलाये
तब हुए प्रण पूर्ण हमारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा|

15 अगस्त (Independent Day ) कविता - जवान किसान पर कविता 

भारत माता के चरणों में
शिश अपना झुकाये हम
हम भारत माता के लाल
आजादी के गीत गाये हम|

आसमान में लहरातें तिरंगें
को हम सबका सलाम है
भारत के वीर जवान - किसान को
हमारा दिल से प्रणाम है|

बॉर्डर में पहरेदारी कर
जवान इस देश की रक्षा करता है
वो भारत माता रक्षा के लिए
जान भी न्योछावर कर देता है|

खेतों में मेहनत कर किसान
इस देश को जीवित रखता है
वो भारत के नागरिकों के लिए
कठिन मेहनत कर भोजन उगाता है|

भारत माता के चरणों में
शिश अपना झुकाये हम
आज आजादी के मौके में
जय जवान जय किसान
के नारे लगाए हम|

15 August 2024 Par Kavita

जुल्म किए अंग्रेजो ने भारत पर
तब भारत वासियों का खून खौला था
वीरो ने तब अंग्रेजो पर 
हर जगह से धाबा बोला था
न थी उनको जान की फिक्र
वो तो भारत को आजाद कराने आए थे
वो अंग्रेजों को हिंदुस्तान से बहार भागने आए थे
और आया एल दिन ऐसा जब भारत हुवा आजाद
वो दिन था हमारा प्यारा 15 अगस्त।
Happy Independence Day 2024

 

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