प्रदूषण आज पुरे विश्व के लिए बड़ी समस्या बन गया है समय रहते इंसान को इस समस्या से निपटना होगा नही तो ये पुरे पृथ्वी को नर्क बना देगा आज हम इस पोस्ट के जरिये प्रदूषण पर कविता लाये है ताकि सभी लोग प्रदूषण की समस्या को समझें ओर उनके अंदर इसके प्रति जागरूपता पैदा हो सके |
Poem on Pollution in हिन्दीPoem on Pollution in Hindi-
प्लास्टिक प्रदूषण पर कविता
प्लास्टिक नाम के राक्षस को
आज बना रहा इंसान
सुन्दर समझ प्लास्टिक को
आज अपना रहा इंसान|
प्लास्टिक की माया मे
आज इतना खो गया इंसान
प्लास्टिक के घर बना रहा इंसान|
प्लास्टिक की सुंदरता मे
फसता जा रहा इंसान
प्लास्टिक नाम के राक्षस का
गुलाम बनता जा रहा इंसान|
प्लास्टिक के भयानक रूप को
नही देख पा रहा इंसान
इसके द्वारा आने वाले सकट
को नही समझ पा रहा इंसान|
प्लास्टिक का प्रचार आज
कर रहा हे इंसान
पृथ्वी ही नही अंतरिक्ष तक
प्लास्टिक को पहुंचा रहा इंसान |
प्लास्टिक फैल कर जल, वायु मे
पर्यावरण को प्रदूषित कर रहा
जहर घोल कर वायु ओर जल मे
इंसान को अंदर से कमजोर कर रहा |
जानता है इंसान प्लास्टिक ही है
पर्यावरण प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण
लेकिन फिर भी इंसान प्लास्टिक यूज करके
अपने आप को ही मुर्ख बना रहा
आने वाली पीढ़ीयों के लिए वो
प्लास्टिक के ढेर बना रहा|
छाया हे संकट आज
दुनिया मे प्लास्टिक का
अनेक बीमारियों की जड़
हे ये आज बनता जा रहा |
समय रहते इंसान को
प्लास्टिक से मुँह मोड़ना होगा
प्लास्टिक नाम के राक्षस को
पृथ्वी से दूर करना होगा|
आओ संकल्प ले हम
प्लास्टिक को नही अपनायेगे
पर्यावरण को प्रदूषण से
हम मुक्त करके दिखायेगे|
-V singh
भारत के वीर जवान पर कविता
वायु प्रदूषण पर कविता
खतरे मे हे दुनिया आज
इंसान ही कर रहा अपना नाश
बडे - बडे कारखाने इंसान ही चलाता
वाहनों को रोड मे इंसान ही दौड़ता
धुआ छोड पर्यावरण मे
वायु प्रदूषण के खतरे को बुलाता|
वायु प्रदूषण हे आज बढ़ता जा रहा
इसके चपेट मे पूरा संसार आ रहा
अनेक बीमारी ये अपने साथ लाता
इंसान को बीमारियों का शिकार बनाता
इंसान इसे समझ नही पाता|
वायु प्रदूषण को दूर करने मे
पेड़ हमारी मदद हे करते
लेकिन इंसान ही बन रहा
आज जंगलो का दुश्मन
अब पेड़ - पौधों को कौन बचायेगा
जंगल काट, जलाके इंसान
प्रदूषण के चपेट मे ही आयेगा |
वायु प्रदूषण हे बड़ा संकट
सबको ये समझना होगा
पेड़ -पौधों को लगाकर
इस संकट से हमें उभरना होगा|
-V singh
जल प्रदूषण पर कविता
खतरे मे हे दुनिया आज
इंसान ही कर रहा अपना नाश
गन्दगी छोड वह नदी, तालाबों, कुओ मे
जल प्रदूषण के खतरे को बुला रहा|
जल प्रदूषण आज बढ़ता जा रहा
इसके चपेट मे पूरा संसार आ रहा
इंसान हो या जानवर दूषित जल को पीते हे
अनेक बीमारियों को अपने शरीर मे लेते है |
जल को दूषित करके
ऐ इंसान तू बहुत पछतायेगा
गंदे जल को पि कर या पिये बिना
अपनी जिंदगी कैसे बचायेगा |
जल प्रदुषण हे बहुत बड़ा सकट
ये सबको समझना होगा
नदी, तालाब, कुओ को
हमें साफ सुतरा बनाना होगा
-V singh
ध्वनि प्रदूषण पर कविता
खतरे मे है दुनिया आज
इंसान ही कर रहा अपना नाश
परिवहन,उद्योग, मनोरंजन, आतिशबाजी से
वो ध्वनि प्रदूषण को बुला रहा |
ध्वनि प्रदूषण आज बढ़ता जा रहा
इसकी चपेट मे पूरा संसार आ रहा
पशु -पक्षि, इंसान सभी इसके सम्पर्क मे आते हे
अनेक बीमारियों के शिकार वो हो जाते है |
ध्वनि प्रदूषण करके इंसान तू बहुत पछतायेगा
छोटे - छोटे पक्षियों की बदुवा तू खायेगा|
ध्वनि प्रदूषण है बहुत बड़ा संकट
ये सबको को समझना होगा
ओर इस सकट को नियंत्रण
करने का रास्ता ढूढ़ दिखाना होगा |
-V singh
Poem on Environmental Pollution in hindi-
पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण पर कविता
हमारे चारो ओर के वातावरण
को हम पर्यावरण कहते है
ओर इस पर्यावरण को शुद्ध
करने का आज हम संकल्प लेते है |
वायु, जल, ध्वनि प्रदूषण को
हम साथ मिलकर रोक दिखाएंगे
आने वाली पीढ़ी को प्रदूषण से बचाएंगे
हम अधिक से अधिक पेड़ लगाएंगे
इस पृथ्वी को फिर से शुद्ध बनायेगे
प्लास्टिक को हम नही अपनायेगे
पर्यावरण को प्रदूषित होने से हम बचाएंगे
नदी, तालाब, कुओ मे हम कचरा नही डालेंगे
इस तरह हम जल प्रदूषण से
इस दुनिया को बचाएंगे
ध्वनि प्रदूषण को भी हमने रोकना होगा
तभी हमारा पर्यावरण को प्रदूषण से
बचाने का संकल्प पूरा होगा |
-V singh
Poem On Pollution in Hindi
पर्यावरण बचाओ कविता
पर्यावरण को बचाओ पर्यावरण को बचाओ
प्रदूषण की समस्या को निपटाओ
अधिक से अधिक पेड़ लगाओ
प्लास्टिक को जीवन से दूर भगाओ
फैक्ट्रियों से निकलने वाले गंदे नालों को
नदियों में डाल जल को प्रदूषित न करो
वाहनों ,फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं
को कंट्रोल करने का प्रयास करो
पर्यावरण को बचाओ पर्यावरण को बचाओ
प्रदूषण की समस्या को निपटाओ
अधिक से अधिक पेड़ लगाओ
अपने जीवन को बचाओ|
- V Singh
Pollution Par Kavita In Hindi
कूड़े का ढेर दुनिया में फैला हुवा
धुवे ने मनुष्य की सेहत को घेरा हुवा
जल्दी से प्रदूषण से निपटना होगा
स्वच्छ दुनिया को रखना होगा।
प्रदूषण पर कविता
घुल जाएं हवा में ऐसा अमृत
जो हवा को शुद्ध कर सकें
घुल जाए जल में ऐसा अमृत
जो जल को स्वच्छ कर सकें
इंसान तो बस ऐसे ही चमत्कार
होने की प्रतीक्षा कर रहा
फैला प्रदुषण हवा,जल में
अपने जीवन को नष्ट कर रहा
विकराल रूप लेगा जब प्रदुषण
तब इंसान को समझ आएगा
हर इंसान बचना चाहेंगा
पर प्रदुषण से नही बच पायेगा
क्योंकि तब हवा, जल में
अमृत नही प्रदुषण का विष घुल जायेगा।
- Vsingh
Pollution Par Kavita
संकट हैं ,ये हमपे बड़ा
हमे इस संकट को समझना होगा
एक जुट होकर हमको
इस संकट से निपटना होगा
सांस न ले पाएंगे ठिकसे
सोचो वो वायु कैसी होगी
प्यास न बुझा पाएंगे ठिकसे
सोचो वो जल कैसा होगा
भुख न मिटा पाएंगे हम
सोचो वो खाना कैसा होगा
सब कुछ बन जाएगा जहर
सोचो हमारा क्या होगा
संकट हैं, ये हमपे बड़ा
हमें इस संकट को समझना होगा
एक जुट होकर हमको
इस संकट से निपटना होगा।
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आशा है, आपको यह Poem on Pollution in hindi पसंद आई होंगी अगर आपको प्रदूषण पर कविता अच्छी लगी तो इन्हे जितना हो सके उतना शेयर करे ताकि वो भी प्रदूषण की समस्या के प्रति जागरूक हो सके। " धन्यवाद "
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