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नशा पर कविता : नशा मुक्ति पर कविता

V singh
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नशे का सेवन आज  भारत मे ही नही पुरे दुनिया मे किया जा रहा है आज रोज न जाने कितने इंसान इस नशे के कारण अपनी जिंदगी से हाथ धो बैठते है  कितने ही परिवार आज नशे के कारण बर्बाद हो गये है युवा पीढ़ी  आज नशा के दलदल मे फसती ही जा रही   है आज इंसान नशे को ही अपना सुख समझ बैठा है इंसान नशे के कारण अपनी जिम्मेदारी तक को  भूल गया है नशे की लत ने इंसान को अंदर से खोकला बना कर रख दिया है नशे ने इंसान की बुद्धि को भ्रष्ट बना दिया है आज नशे के कारण दुनिया मे अपराध बढ़ते ही जा रहे है।

अगर समय रहते इंसान को नशे के प्रति जागरूप नही किया गया तो नशा सम्पूर्ण इंसान जाति को अपने चपेट मे ले लेगा निचे नशा मुक्ति पर एक छोटी सी कविता हमने लिखी  है जो नशे के प्रति आपको जागरूप करने का काम करेंगी आओ मिलकर ये संकल्प करे नशे को दूर भगाना है नशा मुक्त भारत बनाना है.
Nashe Par Kavita
Nashe par Kavita Hindi

नशा छोड़ो  पर  कविता

नशा पकड़  रहा आज इंसान को
 इंसान इतना कमजोर बन गया क्या 
सेवन करते थे जिस नशे का दानव
क्या इंसान आज दानव बन गया क्या| 
नशे के रूप मे आज दानव खड़ा है 
जो इंसान के पीछे पड़ा है
जो इंसान इसे  हाथ लगाएगा  
वह  जिंदगी भर पछतायेगा|
आज गम हो खुशी हो या हो दुःख
इंसान को लगता है नशा ही है उसका सुख 
आज  इंसान नशे को प्यार कर बैठा 
नशा उसी प्यार का फायदा उठाता|
पहले  वह इंसान को पास बुलाता
फिर उसे अपनी लत लगाता
नशे की लत से इंसान बीमार हो जाता 
 नासमझ इंसान इसे समझ नही पाता
बिना नशा किये वह रह नही पाता 
ओर एक दिन वह उम्र से पहले ही चला जाता|
दुनिया के कोने - कोने मे फैला है नशे का जाल
युवा पीढ़ी भी हो रही है इसका शिकार 
नशा करके जब इंसान घर जाता 
वह अपने परिवार को सिर्फ दुःख ही देता
जो इंसान बन रहा है  नशे का आदी 
हो रही उसकी शरीर की  बर्बादी|
इंसान नशा एक दिन लेता दो दिन लेता
फिर नशा इंसान को  बिना नशे के  जीने नही देता 
इंसान हो जाता  नशे के सामने बेबस
नशा  इंसान  की बेबसी पर होता बहुत खुश|
नशे की चुगुल मे आज जो  भी आ रहा
वह अपनी जिंदगी नर्क बना रहा
अगर  इंसान तू नशे के पीछे जायेगा
अपने जिंदगी को हमेशा मुश्किल मे पायेगा
परिवार तेरा  तुझसे आश लगाएगा
तू  अपनी जिम्मेदारी पूरी नही कर पायेगा|
तू भी है किसी का बेटा किसी का पति किसी का पिता
अपने  शरीर  को नशे से न  कर ऐसे  बर्बाद
ये सोच अगर तू ही चले जायेगा इस दुनिया से
तो तेरे परिवार को कोन संभालेगा तेरे जाने के बाद|

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