आज दुनिया आगे बढ़ रही है लेकिन समाज मे कुछ बुराईया अभी भी मौजूद है जो चोरी छिपे चल रही है जिनमे से एक है दहेज़ प्रथा जिसके कारण समाज मे बेटियों को बोझ समझा जाता है, ओर उनको पैदा होने से पहले ही मार दिया जाता है जो एक जघन्य अपराध है,सरकार ने कन्याभ्रूण हत्या को रोकने के लिए सख्त कानून बनाये है लेकिन फिर भी चोरे छिपे कन्याभ्रूण हत्याएँ होते रहती है ओर एक छोटी सी नन्ही परी को इस दुनिया मे आने से पहले ही मार दिया जाता है,
Kanya Bhuru hatya par kavita |
कन्याभ्रूण हत्या पर कविता के माध्यम से हम यह बताना चाहते है उन पापी इंसानो को जो गर्भ मे ही कन्या की हत्या करने का सबसे गंभीर अपराध करते है की आज की बेटिया बेटो से कंधे से कन्धा मिलाकर चलने वाली है आज बेटा जो कर सकता है वो बेटिया भी कर है . बल्कि आज बेटिया, बेटो से आगे निकल रही है. ओर एक तुम्हारी गन्दी सोच है जिसके चलते तुम एक बेटी का इस दुनिया मे आने का हक छीन देते हो.
कन्याभ्रूण हत्या पर कविता सामाजिक बुराई कन्या भ्रूणहत्या ( Female Foeticide) पर लिखी गयी है जिसमे माँ के गर्भ मे पल रही बच्ची इस समाज की सभी महिलाओ से अपनी दिल की बात कह रही है.
मुझे भी आना है इस दुनिया मे
माँ मुझे इस दुनिया मे लाओ ना
भईया को तो आने दिया
मुझको भी आने दोना
क्यों मुझसे तुम इतनी रूठी हो माँ
जो मुझे कोख मे ही मारना चाहती हो
मुझको मरने से लगता है डर
माँ मुझे तुम बचाओ ना
एक बार मुझको बचाने के लिए
परिवार वालो को समझाओ ना
मै बोझ क्यों लग रही हूँ तुम सबको
माँ मुझे बताओ ना
मुझे भी आना है इस दुनिया मे
माँ मुझे इस दुनिया मे लाओ ना
डर क्यों रही हो माँ तुम
मुझे इस दुनिया मै लाने मै
माँ एक बार पापा से बात तो करो
मुझे दुनिया मे लाने के लिए
थोड़ा तो प्रयास करो
आकर इस दुनिया मे माँ
मै तुम्हारा नाम रोशन करुँगी
हर सुख - दुःख मे तुम्हारा साथ दूंगी
घर को खुशियों से भर दूंगी
मुझे भी हक है इस दुनिया मै आने का
माँ मुझको ऐसे न मारो तुम
मुझे इस दुनिया मे लाने के लिए
ऐसे न हिम्मत हारो तुम
देखना है मुझे दुनिया को
माँ मुझको दुनिया दिखाओ ना
खेलना है मुझे भी इस दुनिया मे
माँ मुझे इस दुनिया मे लाओ ना
ये बताओ माँ मुझको तुम क्यों
इस दुनिया मे नही लाना चाहती
बेटा क्या कर सकता है आज ऐसा
जो बेटियां नही कर सकती
माँ तुम्ही हो मेरी भगवान जो मुझे
इस दुनिया मे ला सकती
भ्रूण हत्या एक जघन्य अपराध ओर पाप है
यह दुनिया को बतला सकती.
दोस्तों भ्रूणहत्या एक अपराध है ये सबको पता है लेकिन फिर भी समाज मे न जाने रोज कितने ही भ्रूण हत्याएं होती होंगी ओर एक नन्ही जान को इस दुनिया मे आने से पहले मार दिया जाता है, ये सब होता है कुछ इंसानों की गन्दी सोच के चलते जिस सोच को बदलना बहुत जरुरी हो गया है जिसके चलते हमने कन्या भ्रूणहत्या पर कविता लिखी है जिसे आप अपने दोस्तों को शेयर करे ओर किसी की गन्दी सोच बदलने मे अपनी भूमिका निभाए ' धन्यवाद '
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